5 Simple Techniques For भूत की कहानी

Wiki Article

अंत में साधू भूत पर काबू पाने की युक्ति निकाल लेता है और सब गांव वालों से कहता है कि ये भूत केवल रात के अंधेरे में निकलता है, जिसका अर्थ है कि इसे दिन की रोशनी से डर लगता है और रोशनी के सहारे ही भूत से छुटकारा पाया जा सकता है। साधू की बात सुनकर सभी गांव वाले मिलकर एक योजना बनाते हैं।

वो बोला “क्योंकि उसके पिता उससे थोड़ी दुरी पर थे और उन्होंने भी वहीँ आवाज सुनी थी मतलब उनकों बुलाने की। उनकी ही आवाज में कोई उनके बेटे को अपनी ओर पुकार रहा था।”

You can find an mysterious relationship difficulty involving Cloudflare and the origin World-wide-web server. Due to this fact, the Website cannot be exhibited.

एक दिन, राजू ने खिलौने के साथ एक जादूगर की राजमहल में पहुंचा। राजमहल में वह जादूगर उसे बहुत ही आश्चर्यजनक जादू दिखाने लगा। सबसे बड़ी चमत्कारी बात यह थी कि जादूगर ने खिलौने से कहा, “यह खिलौना तुम्हें किसी भी समय किसी भी स्थान पर ले जा सकता है।”

भूतों के गुरु जी ने सोचा कि पहलवान से चुप कर हमला किया जाए। इधर पहलवान पहले से ही दांव लगाए बैठा था कि कब बिल्ली घर में प्रवेश करें और उस पर हमला किया जाए। लेकिन बहुत देर से बिल्ली अंदर ही नहीं आ रही थी। बहुत समय हो गया तो पहलवान धीरे-धीरे पीछे हट गया और चूल्हे के पास जाकर छुप गया। बिल्ली अंदर आकर जैसे ही पहलवान पर हमला करने का प्रयास करती है। पहले से सतर्क पहलवान ने बिल्ली की कमर पर जोर से लोहे का डंडा मार दिया। 

सोनू : बंटी मेरे दोस्त बाहर निकलो.. तुम कहां हो.. कहां हो तुम.. सोनू चीखता रहता है पर कुए से कोई भी आवाज नहीं आती.

बुजुर्ग की कहानियाँ गाँव में प्रसिद्ध थीं, और बच्चे-बच्चे उनकी कहानियों में खो जाते थे। एक दिन, गाँव के एक छोटे से लड़के नामक राजू ने बुजुर्ग से एक विचित्र खिलौने की मांग की।

किसी न किसी कारण से, हर कोई एक अच्छी डरावनी कहानी पसंद करता है, और इसमें बच्चे भी शामिल हैं । हर उम्र के बच्चे, टॉडलर्स से लेकर किशोरावस्था तक यह कहानियाँ पसंद करते हैं । बच्चों के लिए डरावनी कहानियों के हमारे चयन में न केवल कुछ बहुत छोटी कहानियां शामिल हैं, बल्कि कुछ लंबी कहानियां भी शामिल हैं जहां रहस्य बनता है । इनके अलावा भी कई सारी हॉरर स्टोरी फॉर किड्स यहां उपलब्ध हैं, जिनमें न सिर्फ रोमांच है, बल्कि थोड़ा कॉमेडी का तड़का भी है। 

बचपन में अगर मई bhoot ki kahani सुन लेता था तो डर के मारे दो तीन दिन तक अकेले रात को घर से बाहर नहीं निकलता था। और जब भी मई कोई सरारत करता था तो मम्मी मुझे भुत की कहानी सुनाने का डर दिखती थी ताकि मई सरारत करना बंद कर दू। इसी तरह आजकल के बच्चों को काबू करने के लिए horror tales for teenagers in hindi सुनाना चाहिए। इस लेख में more info हमने बहोत सारि horror tales in hindi या ghost story for youths का बर्णन किया है, जिसे पढ़कर आपको मजा आएगा। और आप इसे अपने बच्चों को सुनाकर उसे काबू कर सकते है। तो निचे दिए गए Bhooto Ki Kahaniya पड़ना आरम्भ कीजिये।

बच्चे अगर शरारती हों, तो उन्हे समझाना किसी भी माता-पिता के लिए कोई जंग जीतने से कम नहीं होता। ऐसे बच्चों की शरारतें कम करने का एक तरीका है भूतिया कहानियां। डरावनी कहानियां बच्चों के लिए मनोरंजन का अच्छा जरिया साबित होती है। 

. सोनू घबराकर कुए के पास से चला जाता है और गांव वालों को कुए की बात बताता है..

राजा की आत्मा ने युवक को अद्भुत जगहों की ओर ले जाया और वह विभिन्न अद्भूत रहस्यों का सामना किया। युवक को यह अनुभव होता है कि कब्रिस्तान रात के समय में ही अपनी असली सौंदर्य और रहस्यों को प्रकट करता है।

इस रूप में, उस चुप्पी वाले कब्रिस्तान ने एक नये रूप में जीवन को स्वीकार करने की राह दिखाई, और लोगों को जीवन के सच्चे मायने समझाने का एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया।

सोनपुर नाम का एक बड़ा सा गांव हुआ करता था जहां अधिकतर खेतीबाड़ी करने वाले किसान रहा करते थे। वहीं, गांव के पास ही घने जंगलों के बीच पीपल के पेड़ में एक भूत रहा करता था। भूत दिनभर तो गायब रहता, लेकिन रात होते ही वह गांव वालों को खूब परेशान किया करता था।

Report this wiki page